"B.Tech किया है, लेकिन जॉब नहीं मिल रही!"
ये लाइन अब लाखों भारतीय इंजीनियरों की सच्चाई बन चुकी है। हर साल लाखों छात्र इंजीनियरिंग कॉलेजों से पासआउट होते हैं, लेकिन जॉब मार्केट में उनके लिए जगह नहीं है। ऐसा क्यों हो रहा है?
2024-25 के दौर में भारत की IT इंडस्ट्री में एक ऐसा क्रैश आया है, जिसने लाखों इंजीनियरों के सपनों को झकझोर दिया है। आइए जानते हैं — इस ग्रेट इंडियन IT क्रैश की वजहें और इंजीनियर को आज जॉब ढूंढना इतना मुश्किल क्यों हो गया है।
1. ज्यादा इंजीनियर, कम नौकरियां
भारत में हर साल लगभग 15 लाख से ज्यादा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स निकलते हैं, लेकिन उनमें से केवल 20-25% ही ऐसे होते हैं जिन्हें एक प्रॉपर IT जॉब मिलती है। डिमांड से कहीं ज़्यादा सप्लाई ने इस फील्ड को भर दिया है।
2. AI और ऑटोमेशन का असर
ChatGPT, Copilot, और दूसरी AI टेक्नोलॉजी ने जूनियर लेवल पर काम करने वाले इंजीनियरों की ज़रूरत को कम कर दिया है। अब कंपनियाँ कम लोगों में ज्यादा काम करवाना चाहती हैं।
3. स्किल गैप: डिग्री है, स्किल नहीं
इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई का लेवल अभी भी पुरानी टेक्स्टबुक्स और थ्योरी पर टिका हुआ है। जब स्टूडेंट पासआउट होता है, तब तक उसे प्रैक्टिकल स्किल्स का कोई अनुभव नहीं होता।
4. मास लेवल हायरिंग बंद
Infosys, TCS, Wipro जैसी कंपनियाँ अब मास हायरिंग नहीं कर रहीं। अमेरिका में मंदी और बजट कटौती का सीधा असर भारत की IT इंडस्ट्री पर पड़ा है।
5. फ्रीलांसिंग और आउटसोर्सिंग में बदलाव
अब अमेरिका-यूरोप भारत की बजाय वियतनाम, पोलैंड, फिलीपींस जैसे देशों को आउटसोर्सिंग दे रहे हैं। इसके अलावा Fiverr, Upwork जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी डाइरेक्ट हायरिंग हो रही है।
🚨 क्या इंजीनियर बनना अब बुरा फैसला है?
बिलकुल नहीं। इंजीनियरिंग आज भी एक शक्तिशाली फील्ड है — लेकिन अब ये सिर्फ डिग्री से नहीं, स्किल और स्मार्ट स्ट्रैटेजी से ही सफल होती है।
✅ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए सलाह:
- सिर्फ कॉलेज पर डिपेंड मत रहो — खुद प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट्स करो।
- GitHub पर कोड डालो, और पर्सनल पोर्टफोलियो बनाओ।
- Internships और Open Source में हिस्सा लो।
- Trending स्किल्स सीखो: Web Dev, Mobile Dev, Data Science, AI/ML, DevOps
- YouTube, Coursera, Udemy, ChatGPT — सब तुम्हारे हथियार हैं।
✍️ निष्कर्ष:
"Indian IT Crash" एक अलार्म है — जो हमें बता रहा है कि समय बदल चुका है। अब सिर्फ डिग्री, CGPA या कॉलेज का नाम नहीं, आपकी स्किल, माइंडसेट और अपडेटेड होना ही आपकी जॉब की गारंटी है।
तो अगर आप इंजीनियर हैं और जॉब नहीं मिल रही — तो रुकिए मत। अपना गेम बदलिए, लेवल बढ़ाइए — क्योंकि जॉब्स खत्म नहीं हुई हैं, सिर्फ बदल गई हैं।
